ब्रिटिश विदेशमंत्री गिओफ़्फ़री हौ और विद्वान मार्टिन अल्ब्रौ पुस्तक पढ़ते हुए
ब्रिटेन के सामाजिक मामलों के विशेषज्ञ मार्टिन अल्ब्रौ ने कहा कि शी चिनफिंग की इस किताब पढ़ने के बाद उन्हें लगा कि यह किताब स्थाई व्यवस्था स्थापित करने के लिए विचारधारा है। विश्व में विचारधारा की व्यवस्था का प्रयोग कर विभिन्न देशों और विश्व के सामने मौजूद चुनौतियों का मुकाबला किया जा सकेगा। मार्टिंग ने यह भी कहा कि उनके विचार में राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने अपने खुद अनुभव बताते हुए किताब में कुछ मुद्दों की प्रतिक्रिया की, यह बहुत रुचिकर बात है।
चीनी विदेशी भाषा संस्कृति ब्यूरो ने शी चिनफिंग की पुस्तक"चीन का प्रशासन"प्रकाशन किया। ब्यूरो के प्रधान शू पू ने अमेरिकी विद्वान कुहन के हवाले से इस किताब की लोकप्रियता की चर्चा करते हुए कहा,"पहला विकसित होते रहे चीन पर विश्व का ध्यान केंद्रित हो रहा है। दूसरा, शी चिनफिंग चीन के भविष्य के प्रति आशावान हैं।"
गौरतलब है कि लंदन अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेला दुनिया भर में पुस्तक उद्योग के लिए सबसे अहम वसंतकालीन मेला है। इस वर्ष में मेला 14 से 16 अप्रैल तक जारी है।
(श्याओ थांग)