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    संडे की मस्ती 2016-12-25
    2016-12-25 18:41:07 cri

    अखिल- हैलो दोस्तों...नमस्कार...नीहाओ...। आपका स्वागत है हमारे इस चटपटे और laughter से भरे कार्यक्रम सण्डे की मस्ती में। मैं हूं आपका दोस्त और होस्ट अखिल पाराशर

    सपना- और मैं हूं आपकी दोस्त सपना

    (Music)

    अखिल- दोस्तों, हर बार की तरह आज के इस कार्यक्रम में होंगे दुनिया के कुछ अजब-गजब किस्से और करेंगे बातें हैरतंगेज़ कारनामों की.... इसी के साथ ही हम लेकर आये हैं मनोरंजन और मस्ती की सुपर डबल डोज, जिसमें होंगे चटपटे चुटकुले, ढेर सारी मस्ती, कहानी और खूब सारा फन और चलता रहेगा सिलसिला बॉलीवुड और चाइनिज गानों का भी।

    (Music)

    अखिल- दोस्तों, आज क्रिसमस का पर्व है और आप सभी को क्रिसमस की ढेर सारी शुभकामनाएं

    सपना- सभी श्रोता दोस्तों को सीआरआई की तरफ से और संडे की मस्ती की टीम की ओर से मैरी क्रिसमस। उम्मीद करते हैं इस बड़े दिन के मौके पर आपको ढेर सारी खुशियां मिले।

    (Music)

    अखिल- चलिए दोस्तों... अभी हम आपको ले चलते हैं हमारे संडे स्पेशल की तरफ, जहां आज सपना जी पेश करेंगी एक विश्व संवेदनशील कहानी

    सपना जी की कहानी: रूसी संवेदनशील कहानी—वह निर्लज्ज स्त्री। इसके लेखक हैं:अंतोन चेखव (कहानी का दूसरा भाग)

    (Music)

    अखिल- दोस्तों, यह था हमारा संडे स्पेशल। चलिए... दोस्तों, अभी हम चलते हैं अजीबोगरीब और चटपटी बातों की तरफ।

    (Music)

    अखिल- चलिए, मैं अजीबोगरीब के सेगमेंट में बताता हूं कि चीन में जन्मी दुनिया की पहली क्लोन बकरी, इस कारण है कुछ खास

    दोस्तों, दुनिया की पहली क्लोन बकरी अति सूक्ष्म कश्मीरी ऊन सहित उत्तरी चीन के भीतरी मंगोलिया स्वायत्त क्षेत्र में पैदा हुई है। चीनी सरकार के मुताबिक इस कलोन बकरी के आधार पर भीतरी मंगोलिया और दक्षिण पश्चिम चीन के युन्नान प्रांत में बकरी कृषि विश्वविद्यालयों और अकादमियों के विशेषज्ञों द्वारा अनुसंधान किया जाएगा। इस बकरी से कम से कम 13.8 मोटी माइक्रोमीटर कश्मीरी फाइबर प्राप्त होगी जबकि इससे पहले भेड़ों से 15.8 माइक्रोमीटर कश्मीरी फाइबर प्राप्त होता था। इस बकरी का ऊन औसत की तुलना में काफी बेहतर है।

    सपना- चलिए दोस्तों, अजीबोगरीब और चटपटी बातों के इस क्रम में मैं आपको बताती हूं कि 16 डाक्टर्स ने की मशक्कत फिर हुई डिलीवरी

    दोस्तों, आप अंदाजा लगा सकते हैं क्या एक तंदरुस्त औरत की डिलीवरी के लिए पूरी 16 डॉक्टरों की टीम को मश्क्कत करनी पड़ी। ये कोई मजाक नहीं बल्कि एक चीनी औरत की हकीकत है। अस्पताल में उस समय एक्सपर्ट की भीड़ लग गई जब 140 किलो की गर्भवती महिला अस्पताल में डिलीवरी के लिए दाखिल हुई। डॉक्टर को इस महिला की स्थिति स्थिर करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।

    140 किलो वजन के कारण मां बनने वाली इस महिला की डिलीवरी में अनगिनत कठिनाईयां आईं। इस औरत की हालत इतनी ज्यादा खराब थी कि डिलीवरी के दौरान मां-बच्चे दोनों की जान पर बात आ गई, जिसकी वजह से डॉक्टरों को उसकी डिलीवरी के लिए सर्जरी करनी पड़ी। इस औरत के पहले से ही एक बच्चा है। इस बार इसने अपने दूसरे बच्चे को जन्म दिया था। 16 डॉक्टरों ने मिलकर इस काम को कर दिखाया। अब मां और बच्चा दोनों ही खतरे से बाहर हैं। सब डॉक्टर मिल कर इन दोनों का ख्याल ऱख रहे हैं।

    अखिल- अखिल- चलिए, अजीबोगरीब बातों के इस क्रम को आगे जारी रखते हुए आपको बताता हूं कि अब पहले से भी खतरनाक ब्रिज बना रहा चीन

    दोस्तों, चीन हमेशा से अपने हैरतअंगेज कामों से दुनिया को हैरत में डाल देता हैं। कभी पहाड़ों को काट लंबे ब्रिज बनाकर तो कभी कांच से बने ब्रिज तैयार कर लोगों को हैरत में डाल देता है। अभी चीन ने हाल ही में अगस्त माह में दुनिया का सबसे लंबा और ऊंचा कांच का ब्रिज तैयार कर लोगों को हैरत में डाल दिया। अब चीन इससे भी एक कदम और आगे जाने की तैयारी में है।

    दरअसल चीन अब झांगजिआजी पहाड़ की 2 चोटियों के बीच एक और कांच का ब्रिज बना रहा है। इस ब्रिज की लागत पर 4 मिलियन डॉलर (करीब 27 करोड़ 10 लाख रुपए) खर्च होगे। इस पहाड़ की चोटियां'अवतार माउंटेन' के नाम से मशहूर है, क्योंकि हॉलीवुड की सुपरहिट मूवी 'अवतार' की अधिकतर शूटिंग यहीं हुई थी। जमीन से करीब 400 मीटर ऊंचाई पर बनने वाले इस ब्रिज से गुजरने में अच्छों-अच्छों के पैर कांपेगे। ब्रिज के फ्लोर की सतह में ब्लैक कलर का कांच लगाया जाएगा जो वजन पड़ने पर अपने आप ट्रांसपैरेंट हो जाएगा। बादलों से ढंकी पहाड़ की इन चोटियों पर बनने वाले ब्रिज पर लगने वाले दो सेंटीमीटर मोटे ट्रांसपैरेंट ग्लास पर हर 7 मिनट में पानी का छिड़काव किया जाएगा ताकि लोगों को परेशानी न हो।

    सपना- चलिए दोस्तों, अभी हम सुनते हैं यह क्रिसमस हिन्दी सोंग... उसके बाद आपके ले चलेंगे हमारे मनोरंजन के दूसरे सेगमेंट की तरफ...

    (Hindi Song)

    अखिल- दोस्तों, आपका एक बार फिर स्वागत है हमारे इस मजेदार कार्यक्रम संडे की मस्ती में... मैं हूं आपका दोस्त एन होस्ट अखिल।

    सपना- और मैं हूं आपकी दोस्त सपना

    (Music)

    सपना- दोस्तों, जैसा कि आप जानते हैं कि आज क्रिसमस त्यौहार है और हर जगह इसे धुमधाम से मनाया जाता है, इसलिए हम आज आपको बताएंगे क्रिसमस की विशेष जानकारी

    अखिल- और ये भी बताएंगे कि क्रिसमस का पेड़ और अन्य सजावट कैसे की जाती है, और विश्व के विभिन्न स्थलों के लोग क्रिसमस कैसे मनाते हैं।

    (Merry Christmas- Music)

    अखिल- दोस्तों, क्रिसमस या बड़ा दिन ईसा मसीह या यीशु के जन्म की खुशी में मनाया जाने वाला पर्व है। यह 25 दिसम्बर को पड़ता है और इस दिन लगभग संपूर्ण विश्व मे अवकाश रहता है। क्रिसमस से 12 दिन के उत्सव क्रिसमसटाइड की भी शुरुआत होती है। एन्नो डोमिनी काल प्रणाली के आधार पर यीशु का जन्म, 7 से 2 ई.पू. के बीच हुआ था। 25 दिसम्बर यीशु मसीह के जन्म की कोई ज्ञात वास्तविक जन्म तिथि नहीं है और लगता है कि इस तिथि को एक रोमन पर्व या मकर संक्रांति (शीत अयनांत) से संबंध स्थापित करने के आधार पर चुना गया है। आधुनिक क्रिसमस की छुट्टियों मे एक दूसरे को उपहार देना, चर्च मे समारोह और विभिन्न सजावट करना शामिल है। इस सजावट के प्रदर्शन मे क्रिसमस का पेड़, रंग बिरंगी रोशनियाँ, जन्म की झाँकी आदि शामिल हैं। सांता क्लॉज़ (जिसे क्रिसमस का पिता भी कहा जाता है हालाँकि, दोनों का मूल भिन्न है) क्रिसमस से जुड़ी एक लोकप्रिय पौराणिक परंतु कल्पित शख्सियत है जिसे अक्सर क्रिसमस पर बच्चों के लिए तोहफे लाने के साथ जोड़ा जाता है।

    सपना- दोस्तों, क्रिसमस को सभी ईसाई लोग मनाते हैं और आजकल कई गैर-ईसाई लोग भी इसे एक धर्मनिरपेक्ष, सांस्कृतिक उत्सव के रूप मे मनाते हैं। क्रिसमस के दौरान उपहारों का आदान-प्रदान, सजावट का सामान और छुट्टी के दौरान मौजमस्ती के कारण यह एक बड़ी आर्थिक गतिविधि बन गया है और अधिकांश खुदरा विक्रेताओं के लिए इसका आना एक बड़ी घटना है।

    दुनिया भर के अधिकतर देशों में यह 25 दिसम्बर को मनाया जाता है। क्रिसमस की पूर्व संध्या यानि 24 दिसम्बर को ही जर्मनी तथा कुछ अन्य देशों में इससे जुड़े समारोह शुरु हो जाते हैं। ब्रिटेन और अन्य राष्ट्रमंडल देशों में क्रिसमस से अगला दिन यानि 26 दिसम्बर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। कुछ कैथोलिक देशों में इसे सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहते हैं। आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च 6 जनवरी को क्रिसमस मनाता है। पूर्वी परंपरागत गिरिजा जो जुलियन कैलेंडर को मानता है वो जुलियन वेर्सिओं के अनुसार 25 दिसम्बर को क्रिसमस मनाता है, जो ज्यादा काम में आने वाले ग्रेगोरियन कैलेंडर में 7 जनवरी का दिन होता है क्योंकि इन दोनों कैलेंडरों में 13 दिनों का अन्तर होता है।

    अखिल- चलिए आपको बताते हैं क्रिसमस का पेड़ और अन्य सजावट के बारे में।

    दोस्तों, क्रिसमस के पेड़ को अक्सर बुतपरस्त परंपरा और अनुष्ठान के ईसाईता के रूप में जाना जाता है। ऑस्ट्रेलिया उत्तरी और दक्षिण अमेरिका और यूरोप का कुछ हिस्सा पारंपरिक रूप से सजाया जाता है जिसमे घर के बहार की बत्तियों से सजावट स्लेड (बेपहियों की गाड़ी), बर्फ का इंसान और अन्य क्रिसमस के मूरत शामिल होते हैं। नगर पालिका भी अक्सर सजावट करते हैं। क्रिसमस के पताका स्ट्रीट लाइट से टंगा होता है और शहर के हर वर्ग में क्रिसमस के पौधे रखे जाते हैं। क्रिसमस के पेड के अतिरिक्त घरों के अन्दर दूसरे पौधों से भी सजाया जाता है जिसमे फूलों की माला और सदा बहार पत्ते. शामिल हैं।

    पश्चिमी दुनिया में रंगीन कागजों पर धर्मनिरपेक्ष या धार्मिक क्रिसमस मोटिफ्स चप्पा हुआ कागज़ का रोल निर्मित करते हैं जिसमे लोग अपने उपहार लपेटेते हैं। क्रिसमस गाँव का प्रदर्शन भी कई घरों में इस मौसम में एक परम्परा बन गयी है। बाकी पारंपरिक सजावट में घंटी, मोमबत्ती, कैंडी केन्स, बड़े मोजे, पुष्पमालाएं और फ़रिश्ता शामिल होते हैं। क्रिसमस की तैयारी बारहवीं रात को उतारी जाती है जो 5 जनवरी की शाम का दिन होता हैं।

    सपना- आइए.. अब बात करते हैं कि दुनिया में कई देश कैसे मनाते हैं क्रिसमस

    दोस्तों, आज क्रिसमस का दिन है, तो आज हम आपको बताएंगे कि विश्व के विभिन्न स्थलों के लोग क्रिसमस कैसे मानते हैं?

    सिंगापुर में चार ऋतुएं गर्मी का मौसम है, इसलिए क्रिसमस के दौरान बर्फ भी नहीं दिखाई जाती है। हर क्रिसमस में सिंगापुर के लोग अपने मित्रों के साथ इकट्ठा होने के साथ एक दूसरे को उपहार देते हैं और क्रिसमस पर इकट्ठा होकर साथ खाना खाते हैं। सिंगापुर की प्रमुख वाणिज्य सड़क को रंगीन रोशिनी से सजाया जाता है।

    भारत के लोग क्रिसमस की पूर्व संध्या पर चर्च में जाकर सामूहिक पूजा करते हैं। साथ ही वे एक साथ इकट्ठे होकर स्वादिष्ट खाना खाते हैं, जो मुख्यतः करी पर आधारित मुख्य भोज है।

    दुक्रा मास (Dukra Maas) सुअर के मांस और कली का मिश्रण है। वह अधिकांश भारतीय कैथोलिकों का भोज है। भारतीय लोग दुक्रा मास को चावल के साथ खाते हैं। यह भारत में विशेषरूप से क्रिसमस त्योहार पर बनने वाला विशेष खाना माना जाता है। दुक्रा मास के अलावा भारतीय लोग क्रिसमस में भारतीय मठरी(Mathri), गुलाब जामुन(Gulab Jamun), खीर भी खाते हैं। फिर भुना चिकन, फल और बादाम का आनंद उठाते हैं। क्रिसमस मनाने के लिए भारतीय लोग केले के पेड़ या आम के पेड़ को क्रिसमस ट्री बनाकर उसे अच्छी तरह सजाते हैं।

    अखिल- जापान में क्रिसमस मनाने के लिए आम तौर पर लोग टर्की खाते हैं। लेकिन स्थानीय लोगों की क्रिसमस मेज़ पर फ्राइड चिकन अवश्य ही होता है। इसलिए क्रिसमस के दिन केएफसी जाकर फ्राइड चिकन खाना जापानियों की परम्परा बन चुकी है। कहा जाता है कि किसी एक क्रिसमस में जापान में रहने वाला एक विदेशी केएफसी आया और कहा, जापान में टर्की नहीं होने की वजह से मैं केएफसी का चिकन खाकर मनाऊं। इस बात ने केएफसी को नया आइडिया दिया। 1974 की पहली दिसम्बर से केएफसी ने क्रिसमस में केएफसी खाए के नारे का प्रसार करने लगा और तुरंत जापान में लोकप्रिय बन गया। इसके बाद जब जापानी लोग क्रिसमस की चर्चा करते, तो अवश्य ही केएफसी की याद आती है। बाद में केएफसी ने ऑडर की सेवा भी शुरु की। यदि आप जापान में क्रिसमस के दिन फ्राइड चिकन खाना चाहते हैं, तो दो महीने पहले ऑडर बुक करना ज़रूरी होगा।

    अब यूक्रेन को देखें। चुंकि यूक्रेन ऑर्थोडॉक्स चर्च को मानने वाला देश है। ऑर्थोडॉक्स चर्च का क्रिसमस हर साल के 7 जनवरी को मनाया जाता है। यूक्रेन में एक किंवदंती है। कहा जाता है कि एक लड़की गरीब होने की वजह से क्रिसमस ट्री नहीं खरीद पाई, सो वह रोती रही। मकड़ियां यह सुनकर उसकी मदद देने के लिए पेड़ों पर जाल बुनाकर सजावट करती थीं। इसलिए यूक्रेन में क्रिसमस के दिन पेड़ों पर मकड़ी नेट लगाना एक रीति-रिवाज बन चुका है। और तो और यूक्रेन के क्रिसमस ट्री में एक मकड़ी भी रखी जाती है, जो शुभाग्य का प्रतीक है।

    सपना- अब मैक्सिको को देखें। हर साल के 23 दिसम्बर को दक्षिणी मैक्सिको के ओक्साका स्टेट में वार्षिक"सब्जियां नक्काशी प्रतियोगिता"का आयोजन होता है। गाजर उसी समय की ताजा सब्जी है और गाजर पर नक्काशीदार काम की प्रदर्शनी भी क्रिसमस में आयोजित की जाती है। लोग गाजरों से यीशु के जन्म के समय के दृश्य को दिखाते हैं और मैक्सिको की अनेक लोक कहानियां भी प्रतिबिंबित करते हैं।

    अखिल- उधर, अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को शहर में हर साल "सांता क्लॉज़ पार्टी" का आयोजन होता है। सभी लोग चाहे वो पुरुष हों या स्त्री, चाहे बड़े हों या छोटे, सांता क्लॉज़ के रूप में सजाए जाते हैं।

    फिनलैंड के लोग परिवार के लोगों के साथ क्रिसमस मनाना पसंद करते हैं। वे परम्परागत क्रिस्मस डिनर की तैयारी करते हैं, जिसमें साल्मन मछली, टर्की और हैम जरूरी होता है। फिनलैंड के अनेक लोगों के लिए क्रिस्मस में गाना गाना आवश्यक काम है। परिवार के सभी लोग चर्च जाकर क्रिस्मस सॉंग गाना भी निश्चित काम ही है।

    सपना- तो दोस्तों, ये थी क्रिसमस त्यौहार पर हमारी विशेष जानकारी, चलिए हर बार की तरह इस बार भी हम आपको नई रिलिज हिन्दी फिल्मों के बारे मे बताएंगे और फिल्म का प्रोमो भी सुनवाएंगे। हम आपको बताते हैं कि इस शुक्रवार रिलिज हुई है फिल्म 'दंगल'

    (Music)

    अखिल- दोस्तों, इस शुक्रवार को आमिर खान की फिल्म 'दंगल' रिलिज हुई है। आमिर की 'दंगल' पहलवान महावीर फोगट पर आधारित है, जिसमें आमिर ने महावीर का किरदार निभाया है। महावीर फोगट की चार बेटियां हैं जिनमें गीता सबसे बड़ी हैं। महावीर फोगट ने अपनी बेटियों को पहलवानी सिखाई और आज उनकी बेटियां गीता और बबीता अंतरराष्ट्रीय स्तीर की कुश्ती चैम्पियन हैं। गीता और बबिता फोगट 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों में महिला कुश्ती में भारत के लिए पदक जीत चुकी हैं।

    इस फिल्म का निर्देशन और लेखन का कार्य नितीश तिवारी ने किया है। इस फ़िल्म में मुख्य किरदार में आमिर खान, साक्षी तंवर, राजकुमार राव आदि हैं। हम आपको बता दें कि पिछले कुछ सालों से आमिर खां क्रिसमस के मौके पर बॉक्स ऑफिस पर अपना दबदबा बनाए हुए हैं। आइए... हम आपको सुनवाते हैं फिल्म 'दंगल' का प्रोमो

    सपना- तो दोस्तों, यह था फिल्म 'दंगल' का ट्रेलर, चलिए हंसी-खुशी की डबल डोज देने के लिए हम हर बार की तरह इस बार भी आपके लिए लेकर आए हैं कुछ मजेदार जोक्स, जिन्हें सुनकर आप जरूर हो जाएंगे लोट-पोट... आइए.. सुनते हैं ये कुछ मजेदार जोक्स

    (Music)

    अखिल- 1. कार से टकरा कर कबूतर बेहोश हो गया! एक आदमी उसे उठा कर घर ले गया और पिंजरे में डाल दिया! कबूतर को होश आया और बोला: आईला मुझे जेल हो गई!! वो कार वाला मर गया क्या?

    सपना- दोस्तों, अब जो दो जोक प्रस्तुत होने वाले हैं, उन्हें भेजा है केसिंगा, ओडिशा से भाई सुरेश अग्रवाल जी ने।

    अखिल- 2. पति फोन पर अपनी पत्नी से कहता है- तुम बहुत प्यारी हो

    पत्नी ने उत्तर दिया- थैंक्स

    फिर पति बोला- तुम बिल्कुल राजकुमारी जैसी हो

    पत्नी बोली- थैंक्यू सो मच डियर, और बताओ क्या कर रहे हो

    पति बोला- मैं फ्री था, सोचा थोड़ा मजाक ही कर लु

    3. पति अपनी पत्नी से बोला- आज हम खाना बाहर खाएंगे

    पत्नी खुशी से झूम उठी और बोली- ठीक है, मैं अभी 2 मिनट में तैयार होकर आती हूं

    पति बोला- ठीक है... मैं बाहर चटाई बिछाता हूं

    सपना- बहुत-बहुत धन्यवाद आपका सुरेश अग्रवाल जी, मजेदार जोक्स भेजने के लिए।

    दोस्तों, आपको एक बार फिर आप सभी को क्रिसमस त्यौहार की ढेर सारी शुभकामनाएं....

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