Web  hindi.cri.cn
    आप की पसंद 161126
    2017-01-24 16:02:04 cri

    पंकज - नमस्कार मित्रों आपके पसंदीदा कार्यक्रम आपकी पसंद में मैं पंकज श्रीवास्तव आप सभी का स्वागत करता हूं, आज के कार्यक्रम में भी हम आपको देने जा रहे हैं कुछ रोचक आश्चर्यजनक और ज्ञानवर्धक जानकारियां, तो आज के आपकी पसंद कार्यक्रम की शुरुआत करते हैं।

    अंजली – श्रोताओं को अंजली का भी प्यार भरा नमस्कार, श्रोताओं हम आपसे हर सप्ताह मिलते हैं आपसे बातें करते हैं आपको ढेर सारी जानकारियां देते हैं साथ ही हम आपको सुनवाते हैं आपके मन पसंद फिल्मी गाने तो आज का कार्यक्रम शुरु करते हैं और सुनवाते हैं आपको ये गाना जिसके लिये हमें फरमाईश पत्र लिख भेजा है .... मालवा रेडियो श्रोता संघ, प्रमिलागंज आलोट से बलवंत कुमार वर्मा, राजुबाई माया वर्मा, शोभा वर्मा, राहुल, ज्योति, अतुल और समस्त परिजनों ने आप सभी ने सुनना चाहा है दो रास्ते (1969) फिल्म का गाना जिसे गाया है मोहम्मद रफ़ी और लता मंगेशकर ने गीतकार हैं आनंद बख्शी और संगीत दिया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 1. छुप गए सारे नज़ारे .....

    पंकज - विश्व का सबसे बड़ा मुस्लिम देश 'रामायण' का दीवाना, पीएम मोदी से की ये डिमांड

    मुस्लिम भी यहां भगवान राम को मानते हैं अपना आदर्श

    भारत में हिंदू धर्म के लोग मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम को अपना भगवान और उनके जीवन पर लिखी गई 'रामायण' को अपना धार्मिक ग्रंथ मानते हैं। भारत में हर साल बड़े स्तर पर रामलीला का आयोजन किया जाता है, जिसमें लोग बड़े उत्साह से भाग लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया के सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले देश में भी लोग रामायण के बेहद दीवाने हैं। इस देश में भी अयोध्या है और यहां के मुस्लिम भी भगवान राम को अपना आदर्श और रामायण को अपने दिल के सबसे करीब मानते हैं। रामायण का यहां इतना गहरा प्रभाव है कि आज भी इस देश के कई इलाकों में रामायण के अवशेष और पत्थरों पर नक्काशी पर रामकथा के चित्र यहां मिलते हैं। आइए जानते हैं क्या नाम है इस देश का? यहां के राम कैसे हैं? और अब मोदी सरकार से क्या चाहता है ये देश ?

    अंजली – श्रोता मित्रों वैसे आपको बता दूं कि प्राचीन भारतीय इतिहास के दौरान, दक्षिण भारतीय राज्यों का व्यापार दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों के साथ चलता था, अगर हम इस्वी सन के शुरुआती शताब्दियों की बात करें तो उस समय दक्षिणी भारत में चेर, चोल और पांड्य वंश का राज था, और ये तीनों ही राज्य समुद्र के रास्ते न सिर्फ़ दक्षिण पूर्वी एशिया के देशों तक पहुंचे बल्कि अरब की खाड़ी से होते हुए ये खाड़ी के देशों के साथ ही यूरोप तक भी पहुंचे जहां पर इनका व्यापार रोम साम्राज्य के साथ भी होता था, अगर आप आज के केरल राज्य में जाएंगे तो वहां के कुछ प्राचीन परिधान, खान-पान में इटली की झलक ज़रूर पाएंगे, दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों में भारत से व्यापार होने के नाते भारत की संस्कृति, खानपान और धर्म, दर्शन आध्यात्म भी पहुंचा, इसी के साथ पहुंचे भारतीय शास्त्र और महाकाव्य जो आज भी वहां पर विद्यमान है, इसी के नतीजे के रूप में आपको मुस्लिम बहुल इंडोनेशिया में रामायण का आयोजन भी देखने को मिलता है साथ ही इंडोनेशिया की मुद्रा जिसे रुपिया कहा जाता है उसपर आपको गणेश जी की तस्वीर छपी मिलेगी। तो श्रोता मित्रों इसी के साथ मैं उठा रही हूं कार्यक्रम का अगला पत्र जिसे हमें लिख भेजा है जुगसलाई टाटानगर से इंद्रपाल सिंह भाटिया, इंद्रजीत कौर भाटिया, साबो भाटिया, सिमरन भाटिया, सोनक भाटिया, मनजीत भाटिया, बंटी, जानी, लाडो, मोनी, रश्मि और पाले भाटिया आप सभी ने सुनना चाहा है रोटी (1974) फिल्म का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार ने गीतकार हैं आनंद बख्शी और संगीत दिया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 2. यार हमारी बात सुनो .....

    पंकज - पहली बार किसी मुस्लिम देश ने कराया था अंतर्राष्ट्रीय रामायण सम्मेलन

    विश्व के मानचित्र पर यह देश दक्षिण पूर्व एशिया में स्थित है। इसकी आबादी तकरीबन 23 करोड़ है। इसका नाम इंडोनेशिया है। यह दुनिया का चौथा सबसे अधिक आबादी वाला देश है। इसकी राजधानी जकार्ता है। 1973 में यहां की सरकार ने एक अंतर्राष्ट्रीय रामायण सम्मेलन का आयोजन करवाया था। यह अपने आप में दुनिया का सबसे अनूठा आयोजन था क्योंकि पहली बार किसी मुस्लिम देश ने हिंदुओं के सबसे पवित्र महाग्रंथ रामायण पर इस तरह का आयोजन करवाया था।

    भारत और इंडोनेशिया की रामायण में है अंतर

    भारत की तरह ही इंडोनेशिया में रामायण सर्वाधिक लोकप्रिय काव्य ग्रंथ है। लेकिन भारत और इंडोनेशिया की रामायण में अंतर है। भारत में राम की नगरी जहां अयोध्या है, वहीं इंडोनेशिया में यह योग्या के नाम से स्थित है। यहां राम कथा को ककनिन, या 'काकावीन रामायण' नाम से जाना जाता है। भारतीय प्राचीन सांस्कृतिक रामायण के रचियता आदिकवि ऋषि वाल्मिकी हैं, तो वहीं इंडोनेशिया में इसके रचियता कवि योगेश्वर हैं।

    अंजली – मित्रों ऐसा नहीं है कि सिर्फ़ इंडोनेशिया में ही रामायण नृत्य नाटिका के रूप में प्रस्तुत की जाती है बल्कि थाईलैंड में भी इसका आयोजन किया जाता है, वहां पर भी बहुत सारी बातें हिन्दू धर्म से प्रभावित है, राजधानी बैंकाक पर बने अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का नाम सुवर्ण भूमि है जो स्वर्ण भूमि का अपभ्रंश है, और वहां पर समुद्र मंथन की बहुत बड़ी मूर्ति बनी हुई है जिसमें शेषनाग और पर्वत की मदद से समुद्र का मंथन किया जा रहा है शेषनाग के एक तरफ़ देवता तो दूसरी तरफ़ असुर खड़े हैं। इसी के साथ कंबोडिया के आंगकोरबाट में दुनिया का सबसे भव्य और बड़ा हिन्दू मंदिर बना हुआ है संयुक्तराष्ट्र संघ द्वारा विश्व धरोहर घोषित किया जा चुका है, आंगकोरबाट में दुनिया के कोने कोने से हर वर्ष लाखों पर्यटक दर्शन के लिये आते हैं। तो मित्रों इसी के साथ मैं कार्यक्रम का अगला पत्र उठा रही हूं जिसे हमें लिख भेजा है आत्माओ रेडियो श्रोता संघ, गड़हिया, शिवहर, बिहार से MF आज़म और इनके परिजनों ने आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म आन मिलो सजना (1970) का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार ने गीतकार हैं आनंद बख्शी, संगीत दिया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने और गीत के बोल हैं ------

    सांग नंबर 3. जवानी ओ दीवानी ......

    पंकज - भारत की रामायण संस्कृत तो इंडोनेशिया में कावी भाषा में

    इतिहासकारों के अनुसार यह 9वीं शताब्दी की रचना है। यह एक प्राचीन रचना 'उत्तरकांड' है जिसकी रचना गद्य में हुई है। चरित रामायण अथवा कवि जानकी में रामायण के प्रथम छह कांडों की कथा के साथ व्याकरण के उदाहरण भी हैं। जहां एक ओर भारत की रामायण की रचना संस्कृत भाषा में हुई है, तो वहीं इंडोनेशिया के काकावीन की रचना 'कावी भाषा' में हुई है। दरअसल, यह जावा की प्राचीन शास्त्रीय भाषा है, जिसमें 'काकावीन' का अर्थ महाकाव्य है। खास बात यह है कि कावी भाषा में ही यहां कई महाकाव्यों का सृजन हुआ है, जिसमें रामायण काकावीन सर्वाधिक लोकप्रिय और शिखर पर है।

    इंडोनेशिया की रामायण में दशरथ का नाम है विश्वरंजन

    आपको बता दें कि इंडोनेशिया की रामायण 26 अध्यायों का एक विशाल ग्रंथ है। इस रामायण में प्राचीन लोकप्रिय चरित्र दशरथ को विश्वरंजन कहा गया है, जबकि उसमें उन्हें एक शैव भी माना गया है, यानी की वे शिव के अराधक हैं। इंडोनेशिया की रामायण का आरंभ भगवान राम के जन्म से होता है, जबकि विश्वामित्र के साथ राम और लक्ष्मण के प्रस्थान में समस्त ऋषिगणों की ओर से मंगलाचरण किया जाता है और दशरथ के घर इस ज्येष्ठ पुत्र के जन्म के साथ ही हिंदेशिया का वाद्य यंत्र गामलान बजने लगता है।

    अंजली - श्रोता मित्रों हमारे अगले श्रोता है मुबारकपुर ऊंची तकिया, आज़मगढ़, उत्तर प्रदेश से दिलशाल हुसैन, फातेमा सोगरा, वकार हैदर, हसीना दिलशाद और इनके सभी साथी, आप सभी ने सुनना चाहा है सूरज (1966) फिल्म का गाना जिसे गाया है मोहम्मद रफ़ी और सुमन कल्याणपुर ने गीतकार हैं हसरत जयपुरी और संगीत दिया है शंकर जयकिशन ने और गीत के बोल हैं --------

    सांग नंबर 4. इतना है तुमसे प्यार मुझे .....

    पंकज - नौ सेना के अध्यक्ष को कहा जाता है लक्ष्मण

    इंडोनेशिया में नौ सेना के अध्यक्ष को लक्ष्मण कहा जाता है। जबकि सीता को सिंता और हनुमान तो इंडोनेशिया के सर्वाधिक लोकप्रिय पात्र है। हनुमान जी की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज भी हर साल इस मुस्लिम आबादी वाले देश के आजादी के जश्न के दिन यानी की 27 दिसंबर को बड़ी तादाद में राजधानी जकार्ता की सड़कों पर युवा हनुमान जी का वेश धारण कर सरकारी परेड में शामिल होते हैं। बता दें कि हनुमान को इंडोनेशिया में 'अनोमान' कहा जाता है।

    भारतीयों की तरह ही इंडोनेशिया में रामायण बेहद लोकप्रिय है। हाल ही में इंडोनेशिया सरकार ने भारत के कई जगहों पर इंडोनेशिया की रामायण पर आधारित रामलीला का मंचन करवाने की मांग की है। हाल ही में इंडोनेशिया के शिक्षा और संस्कृति मंत्री अनीस बास्वेदन भारत आए थे और उन्होंने भारतीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा से मुलाकात कर यह कहा कि इंडोनेशिया चाहता है कि वह साल में कम से कम दो बार भारत में अपने यहां प्रचलित रामायण का भारत के कई शहरों में मंचन करे। यही नहीं अनीस ने भारत में मोदी सरकार से हर साल रामायण पर्व के आयोजन की भी मांग की। बता दें कि इंडोनेशिया भी चाहता है कि भारतीय कलाकार वहां जाकर इंडोनेशिया के कई शहरों में रामायण का मंचन किया जाए।

    अंजली – मित्रों वैसे किसी भी देश में सांस्कृतिक आदान प्रदान की शुरुआत आमतौर पर व्यापार के माध्यम से ही होती है। प्राचीन समय में जब व्यापारी अपना सामान बेचने दूसरे देशों को निकलते थे और वहां से अपने देश की ज़रूरत के लिये सामान खरीदते थे तो इससे इन देशों के लोगों को एक दूसरे को जानने और समझने का अवसर मिला, इसके साथ ही दुनिया भर के कई देशों और थलीय और सामुद्रिक व्यापारिक मार्ग के महत्वपूर्ण केन्द्रों पर विभिन्न देशों के लोगों के लोगों का बसेरा होने लगा जिससे हर क्षेत्र के व्यापारी वहां कुछ देर ठहरते विश्राम करते और उन्हें परदेस में भी अपने देश में होने का आभास होता था।

    हमारे अगले श्रोता हैं ग्राम महेशपुर खेम, ज़िला मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश से तौफ़ीक अहमद सिद्दीकी, अतीक अहमद सिद्दीकी, मोहम्मद दानिश सिद्दीकी और इनके ढेर सारे मित्र जिन्होंने सुनना चाहा है दोस्ती (1964) फिल्म का गाना जिसे गाया है लता मंगेशकर ने गीतकार हैं मजरूह सुल्तानपुरी और संगीत दिया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 5. गुड़िया कबतक न हंसोगी ....

    पंकज - तकरीबन 23 करोड़ है इंडोनेशिया की आबादी

    इंडोनेशिया की आबादी तकरीबन 23 करोड़ है। यह दुनिया का चौथा सबसे अधिक आबादी वाला देश है। इसकी राजधानी जकार्ता है। 1973 में यहां की सरकार ने एक अंतर्राष्ट्रीय रामायण सम्मेलन का आयोजन करवाया था। रामायण का यहां इतना गहरा प्रभाव है कि आज भी इस देश के कई इलाकों में रामायण के अवशेष और पत्थरों पर नक्काशी पर रामकथा के चित्र यहां मिलते हैं।

    ककनिन नाम से जाना जाता है यहां राम कथा को

    भारत और इंडोनेशिया की रामायण में अंतर है। भारत में राम की नगरी जहां अयोध्या है, वहीं इंडोनेशिया में यह योग्या के नाम से स्थित है। यहां राम कथा को ककनिन, या 'काकावीन रामायण' नाम से जाना जाता है।

    भगवान राम के जन्म से होता है इंडोनेशिया की रामायण का आरंभ

    इंडोनेशिया की रामायण का आरंभ भगवान राम के जन्म से होता है, जबकि विश्वामित्र के साथ राम और लक्ष्मण के प्रस्थान में समस्त ऋषिगणों की ओर से मंगलाचरण किया जाता है और दशरथ के घर इस ज्येष्ठ पुत्र के जन्म के साथ ही हिंदेशिया का वाद्य यंत्र गामलान बजने लगता है।

    अंजली - अब वक्त हो चला है हमारे अगले श्रोता का पत्र उठाने का, ये पत्र हमारे पास आया है दौलत बाग, मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश से अंसार हुसैन और समीर मलिक और इनके मित्रों का आप सभी ने सुनना चाहा है कर्ज़ फिल्म का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार और आशा भोंसने ने गीतकार हैं आनंद बख्शी, संगीत दिया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने और गीत के बोल हैं ------

    सांग नंबर 6. इक हसीना थी .....

    पंकज – तो मित्रों इसी के साथ हमें आज का कार्यक्रम समाप्त करने की आज्ञा दीजिये अगले सप्ताह आज ही के दिन और समय पर हम एक बार फिर आपके सामने लेकर आएंगे कुछ नई और रोचक जानकारियां साथ में आपको सुनवाएँगे आपकी पसंद के फिल्मी गीत तबतक के लिये नमस्कार।

    अंजली - नमस्कार।

    © China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
    16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040