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    संडे की मस्ती 2017-02-19
    2017-02-19 19:47:04 cri

    अखिल- हैलो दोस्तों...नमस्कार...नीहाओ...। आपका स्वागत है हमारे इस चटपटे और laughter से भरे कार्यक्रम सण्डे की मस्ती में। मैं हूं आपका दोस्त और होस्ट अखिल पाराशर

    सपना- और मैं हूं आपकी दोस्त सपना

    (Music)

    अखिल- दोस्तों, हर बार की तरह आज के इस कार्यक्रम में होंगे दुनिया के कुछ अजब-गजब किस्से और करेंगे बातें हैरतंगेज़ कारनामों की.... इसी के साथ ही हम लेकर आये हैं मनोरंजन और मस्ती की सुपर डबल डोज, जिसमें होंगे चटपटे चुटकुले, ढेर सारी मस्ती, कहानी और खूब सारा फन और चलता रहेगा सिलसिला बॉलीवुड और चाइनिज गानों का भी।

    (Music)

    अखिल- चलिए दोस्तों, प्रोग्राम शुरू करने से पहले, हम सुनते हैं यह चीनी गीत।

    सपना- मित्रों, अब आप सुनिए चीनी संगीत दल"फिनिक्स किंवदंती"द्वारा गाया गया एक गीत, जिसका नाम है"उड़ते हैं आजादी से"। संगीत दल फिनिक्स किंवदंती के दो सदस्य हैं, यांगवेई लिंगहुआ की महिला चीनी मंगोल जाति की गायिका हैं और संगीत दल के प्रमुख गायिका भी है, जबकि ज़न यी नामक पुरुष हान जाति के गायक हैं और संगीत दल में हमेशा गायिका के सहायक के रूप में गाते हैं। इस संगीत दल की स्थापना सितंबर 1997 में हुई। उनके कई गीत चीन में बहुत लोकप्रिय हैं। "उड़ते हैं आजादी से"नामक इस गीत में घास के मैदान में लोगों के मन में चिड़िया जैसी आकाश में आजादी के साथ उड़ने की भावना अभिव्यक्त की गई है। गीत के बोल कुछ इस प्रकार है:

    कौन गीत गा रहा है, जो मिटा रहा है मेरे अकेलेपन को,

    सफेद बादल और नीला आसमान है

    घूमती हूँ मैं घास के मैदान में,

    अकेले ही रहती हूँ इस विशाल भूमि में

    दूर के स्वर्ग में आतिशबाज़ी रंगबिरंगी

    कौन सुन रहा है गीत, अकेलापन भूल गया, रात है लम्बी

    रास्ते में है सुगंध साल ब साल गुज़रता

    लोगों की भीड़ में है तुम रहो खामोश, मेरे साथ चलो दूर तक

    तुम्हारे मन में उड़ना है आजादी से, सितारे जैसी है चमकदार हमेशा

    मेरे रास्ते और मन को देती रोशनी

    मेरे साथ चलो दूर तक

    (Chinese Song)

    अखिल- वैल्कम बैक दोस्तों, आप सुन रहे हैं संडे के दिन, मस्ती भरा कार्यक्रम संडे की मस्ती Only on China Radio International

    (Music)

    अखिल- चलिए दोस्तों... आज हम आपको ले चलते हैं हमारे संडे स्पेशल की तरफ, जहां आज सपना जी पेश करेंगी एक विश्व संवेदनशील कहानी

    डेन्मार्क की कहानी—मूर्ति का हृदय (दूसरा भाग), लेखक—ऑस्कर वाइल्ड

    अखिल- दोस्तों, यह था हमारा संडे स्पेशल। चलिए... दोस्तों, अभी हम चलते हैं अजीबोगरीब और चटपटी बातों की तरफ।

    (Music)

    अखिल- चलिए, अजीबोगरीब बातों के इस सेगमेंट में मैं आपको पहली खबर बताता हूं कि क्यों बनाये गये हैं इस होटल में सोने के लिए ट्रांसपेरेंट बबल्स

    दोस्तों, सपने तो हर इंसान देखता है और मन में कहीं न कहीं उन्हें पूरा करने की इच्छा भी होती है। एक ऐसा ही सपना है अपने जीवनसाथी के साथ खुले आकाश में तारों की छांव में सोना। लेकिन हर किसी का ये सपना अधूरा ही रह जाता है। अगर आपके मन में भी ऐसा ही कुछ घूम रहा है तो आप परेशान न हों क्योंकि आपकी ऐसी ही इच्छा को पूरा करने के लिए फ्रांस में एक होटल में बड़े-बड़े ट्रांसपेरेंट बबल्स बनाये हैं, जिनमें आप तारों को निहारते हुए आराम से सो सकते हैं।

    फ्रांस के एक फैमिली होटल में ये सुविधा 2010 में शुरु हुई थी। आज ये होटल हर कपल का फेवरेट है। कपल्स के ठहरने के लिए इन बबल्स को हरी-भरी जगहों में बनाया गया है। जिसमें बैठ कर आप प्रकृति को करीब से देख सकते हैं। इतनी हीं नहीं, आप यहां ओपन-एयर जकूजी का आनन्द भी उठा सकते हैं। इस होटल के मालिक का कहना है कि यहां आकर टूरिस्ट बेहद खुश होते हैं, जिनको खुश देखकर मुझे सुकून मिलता है।

    सपना- चलिए दोस्तों, अजीबोगरीब और चटपटी बातों के इस क्रम में मैं आपको एक अजीबोगरीब खबर बताती हूं, वो ये हैं कि प्रिंसेस बनने के लिए एक लड़की ने खर्च कर डाले हजारों डॉलर

    दोस्तों, कोलोराडो में रहने वाली 25 वर्षीय सराह इंगले डेन्वेर ने डिज्नी प्रिंसेस की तरह दिखने के लिए हजारों डॉलर्स खर्च कर डाले। बचपन में हर लड़की का पसंदीदा खिलौना होता है डॉल और ख्वाहिश भी यही होती है कि वो भी एक सुंदर सी डॉल की तरह नजर आये। मैं आपको एक ऐसी ही लड़की के बारे में बता रही हूं जो अपने बचपन का सपना पूरा करने के लिए डिज्नी प्रिंसेस बनना चाहती है।

    कोलोराडो में रहने वाली 25 वर्षीय सराह इंगले डेन्वेर ने डिज्नी प्रिंसेस की तरह दिखने के लिए हजारों डॉलर्स खर्च कर डाले। ये गेटअप उसे बहुत पसंद है इसलिए सिर्फ कुछ समय के लिए ही नही बल्कि वह घंटों इसी गेटअप में रहना पसंद करती है। देखने में बेहद खूबसूरत सराह को देखकर ऐसा नही लगता कि वो कोई रियल गर्ल है। वह खूबसूरती में किसी प्रिंसेस से कम नही लगती।

    अखिल- चलिए दोस्तों, अजीबोगरीब बातों के इस क्रम को आगे जारी रखते हुए बताता हूं कि एक अनोखा मंदिर है जहां प्रसाद में लड्डू नही मिलते हैं गहने

    दोस्तों, हिंदू धर्म में बहुत से ऐसे मंदिर हैं जो अपनी विशेषताओं के कारण विश्वभर में प्रसिद्ध हैं। मंदिरों में भक्त भगवान की प्रार्थना करने मन्नत मांगने और अपनी मन्नत के पूरा होने पर भगवान का धन्यवाद करने पहुंचते हैं। भगवान का दर्शन करने आये भक्तों को भगवान का प्रसाद भी वितरित किया जाता है। लेकिन क्या आपने कभी किसी ऐसे मंदिर के बारे में सुना है भक्तों के प्रसाद के रूप में सोने-चांदी के आभूषण दिये जाते हैं।

    जी हां, मध्य प्रदेश के रतलाम में महालक्ष्मी का मंदिर हैं यहां अगर आपको प्रसाद के रूप में आभूषण मिल जाये तो चौंकिएगा नही क्योंकि इस मंदिर में साल के कुछ दिनों में कुबेर का दरबार लगता है, इन दिनों यहां भक्तों को प्रसाद के रूप में सोने के आभूषण के साथ नगदी भी दी जाती है। इस मंदिर में पूरे साल काफी संख्या में भक्तगण दर्शनों के लिऐ आते हैं।

    भक्त अपनी श्रद्धा अनुसार सोना-चांदी और नगदी चढ़ाते है। खासकर धनतेरस और दीपावली के समय यहां भक्तों द्वारा खूब सोना चढ़ाया जाता है और महालक्ष्मी का श्रृंगार किया जाता है। इस प्राचीन मंदिर में नकदी-जेवरात आदि चढ़ाने की परंपरा रही है। भेंट में चढ़ाई गई नकदी-जेवरात का यहां बकायदा हिसाब रखा जाता है। सुरक्षा की दृष्टि से भी इस मंदिर में सीसीटीवी कैमरे के साथ पुलिस का भी सख्त पहरा रहता है।

    महालक्ष्मी का ये मंदिर बहुत ही प्रसिद्द है और यहां आने वाला भक्त कभी खाली हाथ नहीं लौटता, लोगों का विश्वास है कि यहां आने से सारी इच्छाएं पूरी होती हैं। यहां से प्रसाद के रूप में मिले सोने-चांदी के आभूषण और नकदी को लोग हमेशा संभाल कर रखते हैं। लोगों का विश्वास है कि ऐसा करने से घर में समृद्धि आती है।

    सपना- चलिए दोस्तों, अजीबोगरीब और चटपटी बातों का यह सेगमेंट यहीं समाप्त होता है, चलिए... अभी हम सुनते हैं यह हिन्दी गाना... उसके बाद आपके ले चलेंगे हमारे मनोरंजन के दूसरे सेगमेंट की तरफ...

    (Hindi Song)

    अखिल- दोस्तों, आपका एक बार फिर स्वागत है हमारे इस मजेदार कार्यक्रम संडे की मस्ती में... मैं हूं आपका दोस्त एन होस्ट अखिल।

    सपना- और मैं हूं आपकी दोस्त सपना....

    (Music)

    सपना- चलिए दोस्तों, अभी हम अखिल जी से सुनते हैं एक प्रेरक कहानी। कहानी का शीर्षक है हथौड़ा और चाबी

    अखिल- दोस्तों, शहर की तंग गलियों के बीच एक पुरानी ताले की दूकान थी। लोग वहां से ताला-चाबी खरीदते और कभी-कभी चाबी खोने पर डुप्लीकेट चाबी बनवाने भी आते। ताले वाले की दुकान में एक भारी-भरकम हथौड़ा भी था जो कभी-कभार ताले तोड़ने के काम आता था। हथौड़ा अक्सर सोचा करता कि आखिर इन छोटी-छोटी चाबियों में कौन सी खूबी है जो इतने मजबूत तालों को भी चुटकियों में खोल देती हैं जबकि मुझे इसके लिए कितने प्रहार करने पड़ते हैं?

    एक दिन उससे रहा नहीं गया, और दूकान बंद होने के बाद उसने एक नन्ही चाबी से पूछा, "बहन ये बताओ कि आखिर तुम्हारे अन्दर ऐसी कौन-सी शक्ति है जो तुम इतने जिद्दी तालों को भी बड़ी आसानी से खोल देती हो, जबकि मैं इतना बलशाली होते हुए भी ऐसा नहीं कर पाता?"

    चाबी मुस्कुराई और बोली, दरअसल, तुम तालों को खोलने के लिए बल का प्रयोग करते हो…उनके ऊपर प्रहार करते हो…और ऐसा करने से ताला खुलता नहीं टूट जाता है….जबकि मैं ताले को बिलकुल भी चोट नहीं पहुंचाती….बल्कि मैं तो उसके मन में उतर कर उसके हृदय को स्पर्श करती हूँ और उसके दिल में अपनी जगह बनाती हूँ। इसके बाद जैसे ही मैं उससे खुलने का निवेदन करती हूँ, वह फ़ौरन खुल जाता है।

    दोस्तों, मनुष्य जीवन में भी ऐसा ही कुछ होता है। यदि हम किसी को सचमुच जीतना चाहते हैं, अपना बनाना चाहते हैं तो हमें उस व्यक्ति के हृदय में उतरना होगा। जोर-जबरदस्ती या forcibly किसी से कोई काम कराना संभव तो है पर इस तरह से हम ताले को खोलते नहीं बल्कि उसे तोड़ देते हैं ….यानि उस व्यक्ति की उपयोगिता को नष्ट कर देते हैं, जबकि प्रेम पूर्वक किसी का दिल जीत कर हम सदा के लिए उसे अपना मित्र बना लेते हैं और उसकी उपयोगिता को कई गुना बढ़ा देते हैं। इस बात को हेमशा याद रखिये- हर एक चीज जो बल से प्राप्त की जा सकती है उसे प्रेम से भी पाया जा सकता है लेकिन हर एक जिसे प्रेम से पाया जा सकता है उसे बल से नहीं प्राप्त किया जा सकता।

    सपना- तो दोस्तों, ये थी अखिल जी द्वारा प्रस्तुत प्रेरक कहानी जिसका शीर्षक था हथौड़ा और चाबी। चलिए हंसी-खुशी की डबल डोज देने के लिए हम हर बार की तरह इस बार भी आपके लिए लेकर आए हैं कुछ मजेदार जोक्स, जिन्हें सुनकर आप जरूर हो जाएंगे लोट-पोट... आइए.. सुनते हैं ये कुछ मजेदार जोक्स

    (Music)

    अखिल- आइए दोस्तों, हम आपको एक मजेदार ओडियो जोक सुनवाते हैं, उम्मीद है कि आपको जरूरत पसंद आएगा

    (Audio Joke)

    अखिल- दोस्तों, अब हम आपसे विदा लेते हैं। अब हमारा जाने का वक्त हो चला है... अगले हफ्ते हम फिर लौटेंगे, इसी समय, इसी दिन अपनी मस्ती की पाठशाला लेकर। आप हमें लेटर लिखकर या ई-मेल के जरिए अपनी प्रतिक्रिया, चुटकुले, हंसी-मजाक, मजेदार शायरी, अजीबोगरीब किस्से या बातें भेज सकते हैं। हमारा पता है hindi@cri.com.cn। अभी के लिए मुझे और सपना जी को दीजिए इजाजत। गुड बॉय, नमस्ते।

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