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    आप की पसंद 170415
    2017-04-25 09:30:57 cri

    15 अप्रैल आपकी पसंद

    पंकज - नमस्कार मित्रों आपके पसंदीदा कार्यक्रम आपकी पसंद में मैं पंकज श्रीवास्तव आप सभी का स्वागत करता हूं, आज के कार्यक्रम में भी हम आपको देने जा रहे हैं कुछ रोचक आश्चर्यजनक और ज्ञानवर्धक जानकारियां, तो आज के आपकी पसंद कार्यक्रम की शुरुआत करते हैं।

    अंजली – श्रोताओं को अंजली का भी प्यार भरा नमस्कार, श्रोताओं हम आपसे हर सप्ताह मिलते हैं आपसे बातें करते हैं आपको ढेर सारी जानकारियां देते हैं साथ ही हम आपको सुनवाते हैं आपके मन पसंद फिल्मी गाने तो आज का कार्यक्रम शुरु करते हैं और सुनवाते हैं आपको ये गाना जिसके लिये हमें फरमाईश पत्र लिख भेजा है ....तौसीफ़ शोकी, छोटी, गुड्डी, सजा बानो और मोहम्मद अकबर ने आपने हमें पत्र लिखा है दरवेश बाग, पट्टन, बारामुला, जम्मू-कश्मीर से, मित्रों हमें ये बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि अब हमारे साथ जम्मू कश्मीर के श्रोता भी जुड़ने लगे हैं, हम आपका स्वागत करते हैं, और उम्मीद करते हैं कि आप और अधिक संख्या में हमारे साथ जुड़ेंगे, आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म आप आए बहार आई (1971) का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार और लता मंगेशकर ने गीतकार हैं आनंद बख्शी और संगीत दिया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 1. तुमको भी तो ऐसा ही कुछ होता होगा ....

    पंकज - Selfie में पेट का 'तिल' लग रहा था भद्दा, जब हटवाया तो सामने आई ये सच्चाई

    इंग्लैंड - सेल्फी के दौरान लापरवाही बरतने पर कई लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा है, लेकिन इंग्लैंड की रहने वाली क्लो जॉर्डन की बिकिनी सेल्फी ने उनकी जान बचा ली। क्लो जब भी बिकिनी सेल्फी लेती थीं, तो उन्हें अपने पेट का तिल बहुत भद्दा लगता था। इस वजह से उन्होंने इसे हटवाने का फैसला किया। इसके लिए जब वे डॉक्टर के पास पहुंचीं तो तिल की सच्चाई सामने आ गई।

    तिल के नीचे पनप रहा था स्किन कैंसर ...

    - वॉल्वरहैम्पटन सिटी में रहने वाली 21 साल की क्लो ने महसूस किया कि उनके तिल के आसपास का रंग बदल रहा है। क्लो ने इसे गंभीरता से लिया और सीधे डॉक्टर्स के पास पहुंचकर तिल हटवाने की इच्छा जताई।

    - डॉक्टर ने तिल की सर्जरी के लिए एक्स-रे किया, तो उन्हें गंभीर बीमारी के लक्षण दिखाई दिए। बारीकी से जांच की तो पता चला कि तिल के नीचे स्किन कैंसर पनप रहा था।

    - हालांकि, डॉक्टर्स ने उन्हें परेशान न होने की सलाह दी, क्योंकि उनका कैंसर फर्स्ट स्टेज पर था, जिसका इलाज संभव था।

    - क्लो का इलाज पिछले तीन महीनों से चल रहा था। बीती 24 मार्च को डॉक्टर्स ने सर्जरी से तिल हटा दिया और अब वे पूरी तरह से ठीक हैं।

    - क्लो को अब भी कुछ दिनों तक डॉक्टर्स की निगरानी में रहना होगा, क्योंकि उनके कुछ और टेस्ट होने बाकी हैं।

    अंजली – मित्रों हमारे अगले श्रोता हैं शंकर प्रसाद शंभू, रंजू मुखिया, अमित कुमार, अर्चना आलोक, अजित कुमार आलोक, रुचि, दीपू कुमार मुखिया, सुभाष कुमार गुप्ता और जूही आपने हमें पत्र भेजा है ई मेल के ज़रिये आप सभी लोग सुनना चाहते हैं ... रजनीगंधा (1974) फिल्म का गाना जिसे गाया है लता मंगेशकर ने गीतकार हैं योगेश और संगीत दिया है शलिल चौधरी ने और गीत के बोल हैं ----

    सांग नंबर 2. रजनीगंधा फूल तुम्हारे .....

    पंकज - क्लो की लोगों से अपील

    - क्लो ने अपनी आपबीती सोशल मीडिया में शेयर करते हुए लोगों से अपील की कि वे शरीर में होने वाले बदलाव को लेकर हमेशा सतर्क रहें।

    - क्लो ने कहा कि अगर वह समय रहते अपनी इस समस्या पर ध्यान नहीं देतीं तो कैंसर फैलता जाता और शायद फिर जान नहीं बच पाती।

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    पंकज - डॉक्टर्स ने कहा था नहीं बचेगी जान, सिर्फ 18 महीने में बना ली ऐसी बॉडी

    ब्रिटेन --- कहते हैं कि अगर हौसले बुलंद हो तो इंसान के लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं। ऐसा ही हैरतअंगेज कारनामा ब्रिटेन की निकोला किंग ने कर दिखाया। मौत के मुंह तक पहुंच चुकी निकोला ने न सिर्फ अपनी जानलेवा बीमारी को मात दी, बल्कि 18 महीने के अंदर ब्रिटेन की 'एलीट्स यूके बॉडीबिल्डिंग चैंपियनशिप' भी जीत ली।

    डॉक्टर ने कहा था - ' अब गुडबॉय कहने का समय आ गया ' ...

    24 साल की निकोला अचानक ही 2011 में 'एनोरेक्जिक' (भूख-प्यास से एलर्जी) बीमारी से ग्रस्त हो गईं थीं। इसके चलते उनका खाना-पीना बंद होता चला गया। यहां तक कि उन्हें पानी भी जबर्दस्ती पिलाया जाने लगा था। इससे 45 किग्रा की निकोला का वजन लगातार घटता चला गया और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहां पाइप से उन्हें खाना-पीना देना शुरू किया गया। बावजूद इसके उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ। वे करीब एक साल तक अस्पताल में भर्ती रहीं। एक बार जब निकोला के पिता जेम्स ने डॉक्टर्स से बेटी के बारे में पूछा तो एक डॉक्टर ने यहां तक कह दिया था - 'शायद अब आपके लिए बेटी को गुडबॉय कहने का समय आ गया है'।

    अंजली - मित्रों हमारे अगले श्रोता हैं मालवा रेडियो श्रोता संघ, प्रमिलागंज, आलोट से बलवंत कुमार वर्मा, राजुबाई माया वर्मा, शोभा वर्मा, राहुल, ज्योति, अतुल और इनके सभी परिजनों ने आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म चला मुरारी हीरो बनने (1977) का गाना जिसे गाया है लता मंगेशकर ने गीतकार हैं योगेश और संगीत दिया है राहुल देव बर्मन ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 3. हाथों में हाथ लेकर हम ....

    पंकज - इस तरह दी मौत को मात

    निकोला ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया- 'लगातार बिगड़ती हालत को लेकर मैंने भी मान लिया था कि अब मेरी जान नहीं बचेगी। लेकिन, मेरे पैरेंट्स ने मुझे हिम्मत न हारने की सलाह दी। मैंने भी खुद को मैंटली मजबूत किया। इसके चलते अस्पताल में ट्यूब से दिए जाने वाले फूड्स का मेरे शरीर पर असर होने लगा।' करीब डेढ़ साल बाद मुझे अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। इसके बाद घर पर ही करीब चार साल तक ट्रीटमेंट चलता रहा। पैरेंट्स की कोशिश और निकोला की हिम्मत से उनके शरीर में सुधार आने लगा। निकोला ने जिम जाना शुरू कर दिया। जिम ज्वॉइन करते ही उन्होंने डिसाइड कर लिया था कि वे अपने जिस शरीर के चलते भद्दी लग रही हैं, उसी को ऐसा बनाएंगी कि लोग देखते रह जाएं। निकोला ने अपना पूरा ध्यान एक्सरसाइज पर लगाया, जिससे उनकी भूख-प्यास भी बढ़ गई और खाने-पीने की एलर्जी की समस्या खत्म हो गई।

    लोगों से की हिम्मत न हारने की अपील

    पिछले हफ्ते ही 'एलीट्स यूके बॉडीबिल्डिंग चैंपियनशिप' की चैंपियन बनी निकोला ने बताया कि अबसे करीब 18 महीने पहले ही मैंने जिम ज्वॉइन किया था। मेरे ट्रेनर और पैरेंट्स को भी मुझ पर गर्व हो रहा है। इसलिए मैं लोगों से अपील करना चाहती हूं कि कैसी भी स्थिति हो, हिम्मत न हारें। क्योंकि, अगर आपने अपनी समस्याओं को दिमाग पर हावी नहीं होने दिया तो बड़ी से बड़ी मुश्किल से भी बाहर निकल आएंगे।

    अंजली – मित्रों कार्यक्रम का अगला पत्र हमें लिख भेजा है मल्थोने, जिला सागर, मध्यप्रदेश से धर्मेन्द्र सिंह और उनके सभी परिजनों ने आप सभी ने सुनना चाहा है मशाल (1984) फिल्म का गाना जिसे गाया है हरिहरन, शैलेन्द्र सिंह, सुरेश वाडकर और अनूप जलोटा ने गीतकार हैं जावेद अख्तर और संगीत दिया है हृदयेशनाथ मंगेशकर ने गीत के बोल हैं ----

    सांग नंबर 4. फुटपाथों के हम रहने वाले .....

    पंकज - एक आइडिया ऐसा, 22 साल से नहीं भरना पड़ा पानी का बिल

    बेंगलुरु .... यहां की एक फैमिली ने पिछले 22 साल से पानी का कोई भी बिल नहीं भरा है। इसका कारण है इस फैमिली के ए आर शिवकुमार का एक आइडिया। शिवकुमार ने एक ऐसी टेक्निक से अपना घर बनवाया कि इस फैमिली को नहाने और पीने के लिए पर्याप्त पानी मिलता है। इस तकनीक से शिवकुमार के परिवार को रोज 400 लीटर से ज्यादा पानी यूज करने मिल रहा है, यही कारण है कि उन्होंने कोई भी पानी सप्लाई का कनेक्शन नहीं लिया है।

    ईको फ्रेंडली तरीके से पानी की बचत...

    - ए.आर शिवकुमार कर्नाटक स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी के वरिष्ठ वैज्ञानिक हैं।

    - 28 साल की उनकी पत्नी सुमा, बेटे अनूप और बहू वामिका भी पानी बचाने में उनकी मदद करते हैं।

    - शिवकुमार ने 1995 में खुद अपने घर 'सौरभा' को डिजाइन कराया था।

    - जिसमें वे ईजी रेन वॉटर सप्लाय सिस्टम और ईको फ्रेंडली तरीके से पानी की बचत कर रहे हैं।

    ये है पानी स्टोर करने की टेक्निक...

    अंजली – चलिये मित्रों इसी के साथ समय हो चला है म्युज़िक ब्रेक लेने का जिससे हम अपने मन और दिमाग को तरो ताज़ा कर लें कार्यक्रम का अगला गीत सुनने के लिये हमें पत्र लिखा है पूज्य महात्मा गांधी रेडियो श्रोता संघ, पिपरही, ज़िला शिवहर, बिहार से मुकुंद तिवारी और इनके सभी परिजनों ने आप सभी ने सुनना चाहा है दुनिया (1984) फिल्म का गाना जिसे गाया है लता मंगेशकर और किशोर कुमार ने गीतकार हैं जावेद अख्तर और संगीत दिया है राहुल देव बर्मन ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 5. गहरे हल्के हल्के गहरे ....

    पंकज - शिवकुमार के घर की ढलान वाली छत पर एक वॉटर फिल्टर लगा हुआ है। जिससे बारिश का पानी फिल्टर होता है और छत से जमीन में बने एक टेंक में चला जाता है।

    - इस पानी को फिल्टर की मदद साफ किया जाता है। जिसके बाद धूल और अन्य पदार्थ पानी से अलग हो जाते हैं और साफ पानी स्टोर कर लिया जाता है।

    - शिवकुमार के अनुसार उनकी 4 लोगों की फैमिली को एक दिन में लगभग 400 लीटर पानी की ही जरूरत होती है।

    - उनके घर में कुल 45000 लीटर पानी स्टोरेज की व्यवस्था है जिसमें स्टोर किए गए पानी को उनकी फैमिली यूज करती है।

    हर साल 2.3 लाख लीटर पानी स्टोर करते हैं

    - साल में 1 से 1.5 लाख लीटर पानी लगता है इसलिए पानी स्टोरेज के लिए कई टेंक बनवाए हुए हैं।

    - किचन, सिंक और वॉशिंग मशीन से लेकर टॉयलेट फ्लश में भी इस पानी का यूज करते हैं।

    - वे हर साल 2.3 लाख लीटर पानी स्टोर करते हैं, जो उनकी 4 लोगों की फैमिली के लिए काफी होता है।

    - इस सिस्टम के कारण पानी की कमी नहीं होती क्यों कि वे पहले से ही अपने लिए पानी स्टोर करके रखते हैं।

    घर में फिल्टर होकर आती है हवा और रोशनी...

    - शिवकुमार के घर की खिड़कियां और वेंटिलेटर से सीधे हवा घर में नहीं आती।

    - घर के चारों करफ ग्रीन पर्दा लगाया हुआ है और घर के बाहर पौधे, पेड़ लगे हुए हैं जिनसे फिल्टर होने के बाद ही फ्रेश हवा घर में आती है।

    - घर की छत पर सोलर लाइटिंग सिस्टम लगा हुआ है, जिससे की दिन में घर के अंदर लाइट जलाने की जरूरत नहीं होती।

    - लाइट और घर की कूलिंग का खर्चा बचने से ये फैमिली का काफी कम खर्चा होता है।

    अंजली – हमें अगला पत्र लिखा है उषा रेडियो श्रोता संघ, करंजा, खेसर, बांका बिहार से जय कृष्ण कुमार, बाल कृष्ण कुमार, पटेल और इनके मित्रों ने आप सभी ने सुनना चाहा है बेटा (1992) फिल्म का गाना जिसे गाया है अनुराधा पौडवाल और उदित नारायण ने गीतकार हैं समीर और संगीत दिया है आनंद मिलिंद ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 6. धक धक करने लगा ....

    पंकज – तो मित्रों इसी के साथ हमें आज का कार्यक्रम समाप्त करने की आज्ञा दीजिये अगले सप्ताह आज ही के दिन और समय पर हम एक बार फिर आपके सामने लेकर आएंगे कुछ नई और रोचक जानकारियां साथ में आपको सुनवाएँगे आपकी पसंद के फिल्मी गीत तबतक के लिये नमस्कार।

    अंजली - नमस्कार।

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