एक भारतीय शिक्षक ने बड़ी उपलब्धि हासिल कर मिसाल कायम की

2021-01-14 14:43:05

एक भारतीय शिक्षक ने बड़ी उपलब्धि हासिल कर मिसाल कायम की_fororder_教師獎

हाल में महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के पारितेवादी गांव के प्राथमिक स्कूल शिक्षक रंजीत सिंह दिसाले 2020 विश्व शिक्षक पुरस्कार मिला, साथ ही उन्हें 10 लाख यूएस डॉलर की धनराशि भी मिली है। लेकिन इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल कर कई अन्य शिक्षकों के लिए मिसाल कायम की है। उन्होंने इनाम राशि के आधे हिस्से को त्याग कर अन्य 10 शिक्षकों में बांट दी है।

रिपोर्ट के मुताबिक वे महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के पारितेवादी गांव के प्राथमिक स्कूल में पढ़ाते हैं। उन्होंने गरीब बालिका छात्राओं को स्कूल में पढ़ने में मदद दी, ताकि इन बालिकाओं को पढ़ने का मौका मिल सके। इसके अलावा, रंजीत सिंह दिसाले 83 देशों के छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षा भी चलाते हैं। उन्होंने एक अंतर्राष्ट्रीय परियोजना चलाकर मुठभेड़ में ग्रस्त युवाओं के बीच संपर्क बनाने में सहायता भी दी।

32 वर्षीय रंजीत सिंह दिसाले ने कहा कि इस कठिन समय पर शिक्षक हरेक छात्र के शिक्षा पाने के अधिकार को सुनिश्चित देने की भरसक कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक हमेशा देने और साझा करने की शक्ति पर विश्वास करते हैं। इसलिए उन्होंने आधे इनाम को अन्य 10 शिक्षकों के साथ साझा किया है।

युनेस्को की शिक्षा सहायक महानिदेशक स्टेफानिया जियानिनी ने कहा कि कोरोनावायरस ने विश्व के विभिन्न स्थलों की शिक्षा प्रणाली को बड़ा झटका दिया है। शिक्षकों के योगदान से ही स्थिति कुछ न कुछ बेहतर होती जा रही है।

इस पुरस्कार के संस्थापक वाल्की फाउंडेशन के संस्थापक सन्नी वाल्कीरी ने कहा कि इनाम को साझा करने से रंजीत सिंह दिसाले ने लोगों को देने की महत्वता सिखायी है।

इस साल कोरोनावायरस वीर पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया, जिसका विजेता एक ब्रिटिश शिक्षक जेमी फ्रॉस्ट हैं, जिन्होंने एक मुफ्त गणित शिक्षण वेबसाइट खोली है।

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