चीनी कंपनियों को "ब्लैक लिस्ट" में शामिल करने से अमेरिका को पहुंचेगा नुकसान:चीन

2021-01-15 20:22:01

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चाओ लीच्येन ने 15 जनवरी को आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ट्रम्प सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा की अवधारणा को सामान्य करते हुए राष्ट्रीय शक्ति का दुरुपयोग किया है और बिना किसी कारण के चीनी कंपनियों का बार-बार दमन किया है। चीन दृढ़ता से इसका विरोध करता है। चीन अपने उद्यमों के वैध अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएगा, कानून के अनुसार अपने अधिकारों और हितों की सुरक्षा में चीनी उद्यमों का पूर्ण समर्थन करेगा।

रिपोर्टों के अनुसार 14 जनवरी को अमेरिका सरकार ने 9 चीनी कंपनियों को तथाकथित "चीनी सेना से संबंधित" की काली सूची में शामिल किया। इस बारे में चाओ लीच्येन ने जवाब देते हुए कहा कि अमेरिका की संबंधित कार्रवाइयां ऐतिहासिक प्रवृत्ति के खिलाफ हैं, बाजार प्रतिस्पर्धा के सिद्धांतों और अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक और व्यापारिक नियमों का उल्लंघन हैं, चीन और अमेरिका के बीच सामान्य आर्थिक, व्यापारिक और निवेश सहयोग पर प्रभाव डालती हैं और अमेरिका में पूजी करने वाली विदेशी कंपनियों के विश्वास को भी हतोत्साहित करती हैं और अंततः अमेरिकी कंपनियों और निवेशकों के हितों को नुकसान पहुंचाएंगी। यह अमेरिका द्वारा अपने स्वार्थ के लिए दूसरों को हानि पहुंचाने का एक और उदाहरण है।

उधर, रिपोर्टों के अनुसार कोरोना वायरस के स्रोत का पता लगाने वाले डब्ल्यूएचओ के दो अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ सकारात्मक एंटीबॉडी परीक्षणों के कारण चीन नहीं आये। इस के बारे में चाओ ली च्येन ने कहा कि डब्ल्यूएचओ विशेषज्ञ दल के 15 सदस्यों में एक ब्रिटिश विशेषज्ञ और कतर के एक सूडानी विशेषज्ञ ने सिंगापुर एयरपोर्ट पर ट्रांजिट टेस्ट के दौरान आईजीएम सीरम एंटीबॉडी टेस्ट करवाया। सकारात्मक परिणाम के कारण वे चीन नहीं आ सके हैं। लेकिन डब्ल्यूएचओ के कार्य के समर्थन के मद्देनजर चीन ने संबंधित विशेषज्ञों के लिए दूसरी बार का आईजीएम सीरम एंटीबॉडी टेस्ट करवाने पर सहमति जतायी। अंत में ब्रिटिश विशेषज्ञ का परिणाम नकारात्मक हो गया। और कतर के विशेषज्ञ का परिणाम फिर भी सकारात्मक है। चीन ने ब्रिटिश विशेषज्ञ के चीन आने पर सहमति जतायी है।

(मीनू)

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