चीन वैश्विक निवेश का गंतव्य बनने में नहीं छोड़ेगा कोई कसर

2021-04-21 19:20:33

चीन वैश्विक निवेश का गंतव्य बनने में नहीं छोड़ेगा कोई कसर_fororder_anier

खुले द्वार की नीति लागू होने के बाद चीन कई वर्षों तक विकास दर को लगातार दोहरे अंकों में बनाए रखने में कामयाब रहा। संबंधित सरकारों के प्रयासों से चीन ने न केवल खुद का विकास किया, बल्कि विश्व के अन्य राष्ट्रों को भी राह दिखायी। दुनिया के किसी भी कोने में नज़र दौड़ाइए आपको चीनी कंपनियां वहां जरूर मिल जाएंगी। इसके साथ ही चीन की मुख्य भूमि में भी तमाम वैश्विक उद्यमों के सेंटर बने हैं। इससे यह पता चलता है कि विश्व हर लिहाज़ से एक-दूसरे से जुड़ा हुआ है। चीन में हुए विकास की झलक सुदूर अफ्रीकी देश में भी देखी जा सकती है।

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के सत्ता में आने के बाद भी चीन ने खुलेपन की राह नहीं छोड़ी। ऐसे दौर में जब दुनिया के कुछ देश एकपक्षवाद की वकालत कर रहे हैं, चीन बहुपक्षवाद व वैश्वीकरण पर ज़ोर देता है। विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मंचों से भी चीनी नेताओं ने कई बार कहा है कि वह कोरोना महामारी के संकट के बावजूद विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए काम करेंगे। मैं चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग के उस बयान का जिक्र करना चाहूंगा, जिसमें उन्होंने कहा है कि चीन वैश्विक निवेश के लिए खुद को एक महत्वपूर्ण गंतव्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध रहेगा। चीनी पीएम के वक्तव्य से स्पष्ट हो जाता है कि चीन विदेशी उद्यमों को अपने यहां आने के लिए प्रोत्साहित करेगा। चीन में व्यापार करने वाली कंपनियों को अंतर्राष्ट्रीय माहौल प्रदान करेगा और उन्हें उचित प्रतिस्पर्धा के मौके देगा।

इतना ही नहीं चीन का यह रुख भी जाहिर हुआ है कि वह अपनी खुलेपन की नीति को कतई बंद नहीं करेगा। इसके बजाय देश में बिजनेस करने के लिए और अधिक सुविधाएं प्रदान करेगा।

चीन सरकार द्वारा लागू की गयी उक्त नीतियों के कारण ही चीन में हज़ारों उद्यम अच्छे ढंग से कारोबार कर रहे हैं। कुछ समय पहले सीएमजी ने जर्मन कंपनी के एक बड़े अधिकारी से बात की, उन्होंने भी कहा कि चीन में व्यापार करना कई अन्य देशों की अपेक्षा आसान और व्यवस्थित है। यही कारण है कि हर देश की बड़ी कंपनी चीन में आकर अपना कार्यालय स्थापित करना चाहती है।

मैं अपने अनुभव के आधार पर भी कह सकता हूं कि चीन ने पिछले कुछ वर्षों में व्यापार नियमों को सरल बनाया है। वहीं विभिन्न अहम बैठकों में चीनी नीति-निर्धारक ज़ोर देकर कहते रहे हैं कि विदेशी उद्यमों के लिए चीन के द्वार खुले हुए हैं। और सरकार उन्हें बिजनेस के लिए अच्छा प्लेटफार्म मुहैया कराएगी।

(अनिल पांडेय, चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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