चीनी प्रसिद्ध आधुनिक चित्रकार और कला शिक्षक शू पेइहोंग 19 जुलाई 1895 को पैदा हुए। इस वर्ष की 19 जुलाई को शू पेइहोंग के जन्म की 127वीं वर्षगांठ है। इस मौके पर हम शू पेइहोंग व भारतीय मशहूर कवि व लेखक रविंद्रनाथ टैगोर, जो नोबेल साहित्य पुरस्कार के विजेता थे, के बीच हुई एक कहानी बताते हैं।
सरदार वल्लभभाई पटेल, जिन्हें "भारत के लौह पुरुष" के रूप में जाना जाता है, भारत के गुजरात में नर्मदा नदी बेसिन में एक विशाल मूर्ति के रूप में खड़े हैं।अक्टूबर 2018 में 182 मीटर ऊंची एकता की प्रतिमा बनकर तैयार हुई थी। यह मूर्ति एक तारे के आकार के ज्यामितीय आधार पर बनी है, जो पूरे साधु पर्वत को कवर करती है। प्रतिमा से 135 मीटर की ऊंचाई पर एक व्यूइंग गैलरी है, जहां दो हाई स्पीड लिफ्ट द्वारा पहुंचा जा सकता है।
印度:多彩灑紅節
Международный фестиваль воздушных змеев в Индии
В Индии сыграли массовую свадьбу